पृथ्वी की आन्तरिक संरचना
पृथ्वी की आन्तरिक संरचना
सौरमण्डल के आठ ग्रहों में,
एक हमारी धरती।
अन्दर से ये खूब गरम,
ऊपर से ठण्डी दिखती।।
हो.. हो..हो..हो...हो
आन्तरिक है तीन परतें जानो तुम,
अलग-अलग मोटाई इनकी मानो तुम।
4 से 7 किलोमीटर मोटी,
ऊपरी परत है भूपर्पटी।।
सिलिका एल्युमिनियम की अधिकता से
सियाल कहलाती। हो .हो..हो.. हो
2900 किलोमीटर की गहराई तक,
परत ये पायी जाती कहते मैन्टल।
सिलिका मैग्नीशियम की
अधिकता,
परत का नाम पड़ा है सीमा।।
ऊपरी मैन्टल, निचला मैन्टल दो भागों में बँटती।
हो.. हो.. हो..हो..
सबसे भीतरी भाग क्रोड कहलाता है,
दो भागों में इसको बाँटा जाता है।
बाहरी क्रोड की ठोस अवस्था,
आन्तरिक क्रोड की तरल अवस्था।।
आयरन निकिल से बनी परत निफे नाम से जानी जाती।
हो.. हो.. हो..
