मै मूक ,बधिर बना अपनी राह पर चलता हूँ इंसानियत पर हैवानियत का राज देखता हूँ। अपनी मै मूक ,बधिर बना अपनी राह पर चलता हूँ इंसानियत पर हैवानियत का राज देखता हूँ।...
अरे पूरे दिन बाजारों में बिकता हूँ गर्मी, बारिश, ठंडी में भी टिकता हूँ, बच्चे बूढ़े स अरे पूरे दिन बाजारों में बिकता हूँ गर्मी, बारिश, ठंडी में भी टिकता हूँ, बच...
कीचड़ को कीचड़ ही भाता फिर वो पद्म कहां से लाता किन्तु पद्म की ऐसी धृति है कुंठित कीचड़ में उग आत... कीचड़ को कीचड़ ही भाता फिर वो पद्म कहां से लाता किन्तु पद्म की ऐसी धृति है कु...
तुम सामने हो संवरे संवरे खामोश लब थे थमे ठहरे आँखे सजीली सब बोल रहीं! तुम सामने हो संवरे संवरे खामोश लब थे थमे ठहरे आँखे सजीली सब बोल रहीं!
सिलिका एल्युमिनियम की अधिकता से सियाल कहलाती। सिलिका एल्युमिनियम की अधिकता से सियाल कहलाती।