फर्क सिर्फ इतना है हर अवस्था में सोच से ही जीवन को बदलता है । फर्क सिर्फ इतना है हर अवस्था में सोच से ही जीवन को बदलता है ।
इस अवस्था में भी मौसम आने पर, फल, मालिक को देता हूँ उफ़! तक नहीं करता हूँ इस अवस्था में भी मौसम आने पर, फल, मालिक को देता हूँ उफ़! तक नहीं करता हूँ
पुनः गुजरा हुआ जमाना याद आता है। पुनः गुजरा हुआ जमाना याद आता है।
तज अपनी चक्रवर्ती सम्राट वाली ओढ़ी क्रूरता। तज अपनी चक्रवर्ती सम्राट वाली ओढ़ी क्रूरता।
नकारात्मक सोच को सबसे पहले दिमाग से काट दे नकारात्मक सोच को सबसे पहले दिमाग से काट दे
नारी कैसी रहती है और किस हालत में है सिर्फ आदमी के हाथ में कठपुतली की जैसे नारी कैसी रहती है और किस हालत में है सिर्फ आदमी के हाथ में कठपुतली की जैसे