STORYMIRROR

Neerja Sharma

Abstract

3  

Neerja Sharma

Abstract

परमपिता परमात्मा

परमपिता परमात्मा

1 min
253

परमात्मा

परमपिता परमात्मा 

अद्भुत सृजन कर्ता 


हर कृति अद्भुत/अभिन्न

मानव संरचना सबसे अनुपम

करोड़ों में गिनती 

पर हर एक,

एक दूसरे से अलग 


रंग रूप ही नहीं

मन, विचार, भाव भी

जुड़वाँ भी अलग हो जाते हैं

परमात्मा की हर कृति के लिए

कौटी - कौटी नमन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract