प्रेमिका
प्रेमिका


आपको लगता है
हम बेवजह आप पे
मरते हैं
मगर हकीक़त तो
कुछ और ही है
हम आपसे बेशुमार
मोहब्बत करते हैं...
आपको दर्द समझ में
नहीं आता,
या दर्द होता ही नहीं हैं,
हमें नहीं मालूम
बस हम इतना
जानते हैं
आप हमारी जान हो....
बार -बार तुमसे
बातें करने की
चाहत होती है
जब बात होती है
तो राहत होती है..
मेरा प्यार तुम्हें
समझ नहीं आता
मेरी आँखों के मोती
तुम्हें पानी नजर
आते हैं
बददुआ भी दूँ
तो क्या दूँ
अपनी जान को
भूलूँ भी तो कैसे
अपने ही चेहरे की
पहचान को....