मेरी कॉलेज का पहेला दिन
मेरी कॉलेज का पहेला दिन
यूं मेरी कॉलेज का पहला दिन हुआ था,
दिल में अरमानों का समंदर भरा हुआ था।
सामना हुआ जब एक खूबसूरत बला से,
मैं उस वक्त सीने में हजारों हसरत भरा हुआ था।
देख के उसको दिल ने कुछ अलग अंदाज़ से था सीखा धड़कना,
जैसे सीने में संगीत का मधुर माहौल जमा हुआ था।
बातों, मुलाकातों और दोस्ती से बढ़कर हमारा ये रिश्ता प्यार में तब ढला हुआ था,
मेरी आदत सी बन गई थी वो, अब तो उसके बिन मैं कहां पूरा हुआ था!
क्या खूब चल रहा था मेरे प्यार का कारवां, पूरा संसार प्रेम से भरा हुआ था,
हम दोनों प्यार के रंग में रंगे थे यूं जैसे चांद और चांदनी का मिलन हुआ था।
फिर न जाने किसकी नज़र लग गई ! वो सनम मेरी आंखों से ओझल हुई, जिससे मेरा मिलन हुआ था,
मैं क्या बताऊं तुम्हें दोस्तों! आंखें खुली तो देखा कि, वो एक प्यारा सा सपना मेरा टूटा हुआ था।