प्यार हैं मगर मिलन नहीं। याद है मगर ताकत नहीं। प्यार हैं मगर मिलन नहीं। याद है मगर ताकत नहीं।
लाख जतन कर ले ये मन पर बोल उठती है मेरी कलम लाख जतन कर ले ये मन पर बोल उठती है मेरी कलम
प्रज्वलित सारे द्वेष हों प्रभु, भावों में प्रेम प्रीत श्लेष हों प्रभु.. प्रज्वलित सारे द्वेष हों प्रभु, भावों में प्रेम प्रीत श्लेष हों प्रभु..
हैं राधा बिना जीवन अधूरी हैं राधा सब में पूरी पूरी हैं राधा बिना जीवन अधूरी हैं राधा सब में पूरी पूरी