कम्बख़्त ज़ुल्फों ने उनके रूख़सार पे पर्दा गिरा दिया। कम्बख़्त ज़ुल्फों ने उनके रूख़सार पे पर्दा गिरा दिया।
एक गिरह में तीन सुईयाँ स्थिर, स्तब्ध से एक गिरह में तीन सुईयाँ स्थिर, स्तब्ध से
पहचान के कुछ हल्के अंश दोनों के दरमियां रहने तो दो। पहचान के कुछ हल्के अंश दोनों के दरमियां रहने तो दो।
मस्तिष्क को जकड़ता नकारात्मक भास हूँ मस्तिष्क को जकड़ता नकारात्मक भास हूँ
हाथ थामने वालों के भी हौसले बुझते देखा है.. हाथ थामने वालों के भी हौसले बुझते देखा है..
हर राज़ दिल का यूँ ही बताया नही जाता और खुल जाए जो राज़, राज़ माना नही जाता। हर राज़ दिल का यूँ ही बताया नही जाता और खुल जाए जो राज़, राज़ माना नही जाता।