औरों के अज्ञान की उड़ाते रहो ठिठोली उपहास भी करो पर मीठी हो सदा बोली। औरों के अज्ञान की उड़ाते रहो ठिठोली उपहास भी करो पर मीठी हो सदा बोली।
जिंदगी के दिन हैं बस चार यहाँ, सब यही तो कहते जाते हो, फिर क्यों झूठी शान दिखाते , जिंदगी के दिन हैं बस चार यहाँ, सब यही तो कहते जाते हो, फिर क्यों झूठी शान ...
मंदिर में एक रूप को पूजा और बाहर उसे ही दुत्कारा ये कैसा समाज और ये कैसी लड़ाई मंदिर में एक रूप को पूजा और बाहर उसे ही दुत्कारा ये कैसा समाज और ये कै...
मदद करना अच्छी बात है मिलेगी खूब सारी दुआ, खूब पढ़ना, खूब लिखना दुनिया कहेगी वाह...। मदद करना अच्छी बात है मिलेगी खूब सारी दुआ, खूब पढ़ना, खूब लिखना दुनिया कहेगी ...
मैं उसे ही अपना प्रण लूँगा, जीने का नहीं मरने का हर क्षण वचन लूँगा... मैं उसे ही अपना प्रण लूँगा, जीने का नहीं मरने का हर क्षण वचन लूँगा...
भूख है सबको सत्ता की, धन का ऐसा अनुराग है। बनने की क्या क्षमता उनमें नीयत में ही भटकाव है। भूख है सबको सत्ता की, धन का ऐसा अनुराग है। बनने की क्या क्षमता उनमें नीयत ...