भूख है सबको सत्ता की, धन का ऐसा अनुराग है। बनने की क्या क्षमता उनमें नीयत में ही भटकाव है। भूख है सबको सत्ता की, धन का ऐसा अनुराग है। बनने की क्या क्षमता उनमें नीयत ...