प्रेम-पत्र
प्रेम-पत्र
मेरे प्रिय प्रेमी
लिखना चाहती हूं ढेर सारी बातें,पर
लिखा न पाती एक तिनका अक्षर ।
क्यों....
समझ न पाती ?
क्या पत्र के द्वार से
बाहर निकालनेवाला है प्रेम ?
नहीं ...
आँखों में फँसकर
मन पर लिपटकर
साँस में व्याप्तवाला है प्रेम
इसलिए
मेरे प्रिय प्रेमी
लिखना चाहती हू ढेर सारी बातें_
पर
लिखा न पाती एक तिनका अक्षर
आप की प्रेयसी
पद्मिनी।