प्रेम : आध्यात्मिक
प्रेम : आध्यात्मिक
ईश्वरीय शक्ति ही
प्रेम का अनन्त स्रोत है,
अतः हम मनुष्यों को अपनी
अंतरात्मा की पुकार सुनकर
सत्कर्मयोग के पथ पर चलने का
सतत प्रयास करना चाहिए।
प्रेम आध्यात्मिक ज्ञान की
असीम शक्ति का अनन्त स्रोत है...
अतः हम मनुष्यों को अपनी
अंतरात्मा की पुकार सुनकर
सदैव मानवमूल्यों पर आधारित
जीवनधारा को अग्राधिकार देना चाहिए।
