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V. Aaradhyaa

Tragedy

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V. Aaradhyaa

Tragedy

पर तुम नहीं आए

पर तुम नहीं आए

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राह देख रात गुज़री तुम नहीं आये 

चाह देख रात गुज़री तुम नहीं आये

वादा कर भूल गये आज आने का

 करवटें बदल रात गुज़री तुम नहीं आये 


तेरी याद में रात बेरन हो गई 

नैनों निहार रात गुज़री तुम नहीं आये 

 नैनों से नींद ग़ायब मन चरित्र बेचेन 

 सुबक कर रात गुज़री तुम नहीं आये


आंखों से आंसू टपके गाल गुलाबी गीले 

पलकें झुकी रात गुज़री तुम नहीं आये 

हवा की आहट ने सारी रात रुलाया 

सरपट सुन रात गुज़री तुम नहीं आये 


आंखों में दर्द तेरा बार बार बिलखाये

मसल कर रात गुज़री तुम नहीं आये 

 दिल चोरी कर चले गये आंखों से 

 आंखें उदास रात गुज़री तुम नहीं आये 


तेरे बिना सूना जीवन जीना मेरा अधूरा 

आंखें लाल रात गुज़री तुम नहीं आये 

एक झलक वास्ते दिल तड़पे मेरा 

रोते रोते रात गुज़री तुम नहीं आये।


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