Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Vijay Kumar parashar "साखी"

Abstract Tragedy Inspirational

4.5  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Abstract Tragedy Inspirational

"अमृत खोज"

"अमृत खोज"

1 min
397


जिंदगी को जीना आप सीख लीजिए

हंसकर विष पीना आप सीख लीजिए

गरीबी में तो कपड़ा भी शत्रु हो जाता है

दुःख में हर व्यक्ति ही पराया हो जाता है

शूलों में आप फूल होना भी सीख लीजिए

फूल सी जिंदगी में आप शूल दर्द लीजिए

जो व्यक्ति हंसता है, रोज चलकर कांटों पर

वो व्यक्ति कभी भी नहीं रोता है, जीवन भर

दुःखों से जीवन का जीवंत अनुभव लीजिए

जिंदगी में विष से अमृत कलश ढूंढ लीजिए

जो जीवन सागर को मन रस्सी से मथता है

वो अमृत ओर विष दोनों को ही खोजता है

जिसका मन मोहनी नारी से नहीं भटकता है

वो अपने को दानव नहीं, देव बनाया करता है

जो स्व मन को श्री हरि को समर्पित करता है

वो जरूर भक्ति स्वाति सुधा बूंद पाया करता है

जीवन के सागर में धन्वंतरि की खोज कीजिए

खुद के अनमोल स्वास्थ्य की सुरक्षा कीजिए

वक्त रहते, श्री हरि का निरंतर सिमिरण कीजिए

फिर स्वयं ही नित भीतर अमृत जी भर पीजिए



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract