पल पल याद किया तुझको
पल पल याद किया तुझको
पल पल याद किया तुझको
पल पल दिल तो रोया है
होकर जुदा तुझसे मैं
खुद को भी तो खोया है
उन बीते लम्हों को,तेरी उन यादों को
कैसे भूलूंगा मैं,उन मीठी-मीठी बातों को
तेरे बिछुड़न में खुद का
दामन हमने भिगोया है
पल पल....
तेरे पास जब आता था
खुशियों से दामन भर जाता था
संग तेरे मुस्काता था
संग तेरे प्रेम के गीत गाता था
फिर तूने क्यों मुझको अब
बीच सफर में छोड़ा है
पल पल....
धरती-अम्बर मिले जहाँ पर
प्रेम मिलन वहां दिख जाता था
तुझको आगोश में लेकर
एहसास तेरा मिल जाता था
जीवन के इस सफर में
साँसों को भी मुझसे छीना है
पल पल.....