फटी जेब।
फटी जेब।
अगर फटी हो जेब,
तो धारणाएं अनेक,
मानो पैसे की परवाह न हो,
कोई धन-दौलत का नशा न हो,
जो भी पाए,
दान में जाए,
बस खाली पेट सो जाए,
फिर कमाए,
जन कल्याण में लगाए।
दूसरी बात सोचता,
लापरवाह दिखता,
जो पैसे का न रखें ख्याल,
कैसे चला पाएगा घर-संसार।
तीसरी बात सोचता,
अपनों जैसा दिखता,
ठगों ने लूटा इसको,
खाली कर दिया जेब को,
अब समझाओ कोई इसको,
थोड़ा सावधानी से निकलो।
