पहले नज़र का प्यार
पहले नज़र का प्यार
पहले नज़र का प्यार
लाजवाब होता है
दिल का ऐसा हाल
बस एक बार होता है
धड़कने बढ़ जाती है,
नींद नहीं आती है
इश्क़ क ये खुमार
शानदार होगा है
हर बात सच्ची सी लगती है
हर आदत अच्छी लगती है
फिदा उस यार पर ये दिल
बार बार होता है
नजदीक से जो गुजर जाए
मुडे और पलकें झपकाए
उनकी एक झलक को बस
ये दिल बेक़रार होता है
चाहे वो हमको ना पहचाने,
हमसे रहे वो अनजाने
उसकी दीदार की हर तारीख,
दिल कागज़ पर लिखता रहता है
वो आगे और हम पीछे हो,
चाहे वो जितना भी खीझे हो
पर उसकी आस-पास होने से
मौसम खुशनुमा सा लगता है
चाहे सब कितने ताने दें
हम हर रोज़ नए बहाने दे
पर उससे मिलते रहने को
ये बंदा रोज़ बेताब होता है
फिर एक दिन वो मुस्काती है
पास हमारे आती है
उलझी-सुलझी बातों का फिर
कोई पहाड़ खड़ा हो जाता है
इससे पहले की हम मुंह खोले,
दिल का अपने हाल जो बोले
उसके पास हमसे दोस्ती का
एक प्रस्ताव तैयार हो जाता है
उसकी तैयारी होती है
ना हिस्सेदारी होती है
जब हम खुद को समझाए
वो साथ छूटता जाता है
बोले कैसे हम तैयार नहीं
वो प्यार है मेरा यार नहीं
यारी वाले चक्कर में देखो
हर प्यार खत्म हो जाता है
पर ये कहते हम डरते है
हम सोच नहीं बदलते है
प्यार गवाने के खौफ़ में
हरदम यार खफा सा रहता है
दिल का दर्द जब बढ़ जाए
चैन कहीं ना मिल पाए
भावों के आवेश में आकर
फिर दिलदार दगा दे जाता है
जब तक हम उसको बतलाते है
उसे खड़ा वहीं पर पाते है
राज़ जो दिल का बोला तो
प्यार समझ में आता है