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Pankaj Prabhat

Drama Inspirational

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Pankaj Prabhat

Drama Inspirational

पापा...आपकी गोदी तो याद नहीं !

पापा...आपकी गोदी तो याद नहीं !

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आपकी गोदी तो यादनहींं, पर उँगली पकड़ा कर चलाना याद है,

आपकी थपकी तो यादनहीं, पर स्कूटर पर घुमाना याद है,

इस रिश्ते की गर्माहट,घबराहट, व्याकरण,समीकरण कुछ विशेष है,

आपकी फुसलाहट तो याद नहीं, पर गिरते हुए संभालना याद है।

आपकी गोदी तो याद नहीं, पर………..


आपसे जब गणित पढ़ते थे, जाने कितने फटके पड़ते थे,

उन फटकों के डर से, गणित से भागे भागे से फिरते थे,

गणित और फटको का क्षेत्रफल,भागफल,व्यास,परिधि कुछ विशेष है,

उन फटको की गिनती तो यादनहीं, पर गणित की गणना याद है।

आपकी गोदी तो याद नहीं, पर………..


अब आप कुछ बूढ़े हो गए, हम शायद कुछ बड़े हुए,

पर अभी भी आप की जड़ से, हैं हम सब जुड़े हुए,

बूढ़े और बड़े होने के बीच का समय, सार, गुण, महत्व कुछ विशेष है,

अपना बड़ा होना तो उतना याद नहीं, पर आपका बड़ा बनाना याद है।

आपकी गोदी तो यादनहीं, पर………..


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