STORYMIRROR

chandraprabha kumar

Inspirational Others

4  

chandraprabha kumar

Inspirational Others

ओस बिन्दु दूर्वा दल पर

ओस बिन्दु दूर्वा दल पर

1 min
323


सुनहरी धूप

घास का विस्तार

हरी दूब पर ओस बिन्दु में

मोती हीरे माणिक बिखरे,

सूर्य चमका

चिड़ियों का शोर,

ऊँचे सुन्दर पेड़

सब ओर शान्त वातावरण ।

हलचल से दूर

एकान्त परिवेश,

किसी को अच्छा लगे

प्रसन्न हो,

कोई घबराये

यहॉं रुकना न चाहे,

अलग अलग दृष्टि

अलग अलग सोच ।

पर

परिवर्तन सुखद

नवीन प्रातः

परिवर्तन लाये।

प्रकृति का सान्निध्य 

सुखद लगे,

शान्त वातावरण 

मुखरित

चिड़ियों के संगीत से

मन विश्राम पाये । 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational