ओ सांवरिया तुम घर आए......
ओ सांवरिया तुम घर आए......
देखन से तुझको नैना भर आए ,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
पग-पग तेरे आंगन छाए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
दिल, धड़कन से प्यार निभाए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
तेरी सूरत मेरी अँखियों में समाए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
मेरे दिल के आसमां में, मेघ ही छाए,
सुनो मेरी सारी व्यथा, हाल सुनाए
किया इंतजार मैंने, पल-पल सताए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
पूछू मैं अपने भगवान से, कैसा यह रिश्ता बनाए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
देखो इस फूल को भी, यह भी मुस्कराए,
सुनके तेरा आना, यह भी शर्माए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
हर जगह तुम ही, तुम सब दिखने लगे हो,
तू ही अब सब जग में समाए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
मोती, मोती, मोती सा है, तेरा सब कहना,
मैंने उन सब को मन में पिरोए,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
खुशबू बन गए हो मेरी, तन में समाए,
जाने ये कैसा साथ निभाएः,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
दूर-दूर रहकर भी यह प्रेम निभाए,
मुझको सबसे ज्यादा तू चाहे,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।
देखन से तुझको नैना भर आए ,
ओ सांवरिया तुम घर आए ।