STORYMIRROR

Akanksha Kumari

Inspirational Others

4  

Akanksha Kumari

Inspirational Others

ओ री चिरायियां

ओ री चिरायियां

1 min
15

ओ री चिरायियां,

अब तू अपनी ढाल बन,

छोर दूसरों पे आश्रित रहना,

अरे अब बस,

अब तू खुद अपनी तलवार बन ||1||


ओ री चिरायियाँ,

खुद हथियार उठा,

शेर की दहाड़ बन,

अरे अब बस,

अब तू खुद अपनी ढाल बन ||2||


ओ री चिरायियां,

न आएंगे तुझे कृष्ण बचाने,

तू खुद इंसाफ की ललकार बन,

शस्त्र उठा तू खुद अपनी पहरेदार बन ||3||


ओ री चिरायियां,

अब तू अपनी ढाल बन,

छोड़ दूसरों पे आश्रित रहना,

अब तू खुद अपनी तलवार बन ||4||


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational