पहरेदार के हुंकार से, पहरेदार हुआ मगन ! पहरेदार के हुंकार से, पहरेदार हुआ मगन !
इस कदर तुझपे हक मेरा बेशुमार हो ना जाऊँ इश्क़-ए-बंधन तोड़कर कभी जो तेरी आँखें ही बस मेरा पहरेदार... इस कदर तुझपे हक मेरा बेशुमार हो ना जाऊँ इश्क़-ए-बंधन तोड़कर कभी जो तेरी आँखे...
समय तो है ही परिंदा, जिसका कोई घोंसला नहीं है। समय तो है ही परिंदा, जिसका कोई घोंसला नहीं है।
हरे की महिमा बहुत बड़ी है... ना रहो इससे अंजान। हरे की महिमा बहुत बड़ी है... ना रहो इससे अंजान।
अनहोनी की आशंकाओं में थके कदमों से भी बने रहे पहरेदार भूला के सारे स्वपन अपने मेरे सपनों क... अनहोनी की आशंकाओं में थके कदमों से भी बने रहे पहरेदार भूला के सारे स्वपन ...
अपने जज़बातों पे, न पहरेदार हुआ। आज़माइशें कम हुई, तो किससे एहतराम हुआ। अपने जज़बातों पे, न पहरेदार हुआ। आज़माइशें कम हुई, तो किससे एहतराम हुआ।