खूबसूरती
खूबसूरती
जमाना मन की खूबसूरती
की सराहना नही करता
उसका ताल्लुक जिस्म की
खूबसूरती तक सीमित है
लेकिन जमाने से परे
अनंत के उस पार आज
भी कोई है जो आपको
आपके कर्मों के आधार
पर देख रहा है
उसके लिये सभी समान है
उसकी नजर में तन की
खुबसूरती शून्य है
और मन की खूबसूरती महान है
आप की सीरत आपको
विजयी बनाती है
आपकी नीयत आपको
कामयाबी दिलवाती है।
