औरत
औरत
औरत ये नहीं कर सकती
औरत वो नहीं कर सकती,
अमा यार ये बताओ...
का औरत सिर्फ उपभोग मात्र है
या सिर्फ बच्चे पैदा कर सकती है,
सुनो साहब अब औरत कमजोर नहीं
अबला थी कभी अब सबला होकर जीती है,
क्या कहते हो वह सिर्फ रिश्तों को सम्भाल सकती है
न न अब तो वो सत्ता की भी बागडोर सम्भालती है,
कुछ लोग ये भी कहते है औरत सिर्फ मेकअप कर सकती है
तो सुनो साहब ये बाते हुई पुरानी
आज महिला एक बीमार का इलाज
और वक्त पर ड्रेसिंग करती है,
समाज के कुछ मूढ़ ये भी कहते हैं कि
औरत सिर्फ घर चला सकती है
तो सुनो बेकार की दकियानूसी बातें करने वालों
अब वह गाड़ी ही नहीं हवाई जहाज भी बखूबी उड़ा सकती है,
इसलिए अब कभी ना कहना
औरत ये नहीं कर सकती, वो नहीं कर सकती,
इतना पढ़ने के बाद समझ आ गया होगा
के औरत सब कर सकती है...
