चंचल मन लिए, हठेली हूँ मैं। हाँ ! औरत हूँ, एक पहेली हूँ मैं। चंचल मन लिए, हठेली हूँ मैं। हाँ ! औरत हूँ, एक पहेली हूँ मैं।
वो हमारे दिल मे कुछ ऐसे छाए , के हर रात हमारे ख्वाबों मे आऐ । वो हमारे दिल मे कुछ ऐसे छाए , के हर रात हमारे ख्वाबों मे आऐ ।
अब स्याह काली रातों में, एक जुगनू भी नजर नहीं आता, अब स्याह काली रातों में, एक जुगनू भी नजर नहीं आता,
उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप। उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप।
वतन के हित में सतत् ही रत, मेरा सभी जनों को है नमन। वतन के हित में सतत् ही रत, मेरा सभी जनों को है नमन।