स्वाद लेकर भेद समझकर महसूस कर सकते हैं । स्वाद लेकर भेद समझकर महसूस कर सकते हैं ।
देखती वर्तमान, तेरी मधुर स्मृति को अंततः पल में कपूर होता पाया था। संभवतः चर्चा में समय एक ... देखती वर्तमान, तेरी मधुर स्मृति को अंततः पल में कपूर होता पाया था। संभवतः...
कितना ही मुश्किल होता होगा अपनी बेटी को किसी और के घर विदा करना। कितना ही मुश्किल होता होगा अपनी बेटी को किसी और के घर विदा करना।
अब स्याह काली रातों में, एक जुगनू भी नजर नहीं आता, अब स्याह काली रातों में, एक जुगनू भी नजर नहीं आता,