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anuradha nazeer

Abstract

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anuradha nazeer

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पहचान

पहचान

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 जब कवि हाथ में कलम कलम उठा कर लिखना शुरू किया ।

नमक और कपूर देखने में एक लगता है।स्वाद लेकर भेद समझकर महसूस कर सकते हैं ।

दिखाने वाला की जहां पहचान नहीं ।



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