और कोलाहल ? और कोलाहल ?
और फिर... और फिर...
और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं... और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं...
कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।। कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।।
ज़िन्दगी और रियलिटी ज़िन्दगी और रियलिटी
प्रीत के रंगो में रंगी एक जोगन राधा कहें या मीरा कहें दोनों ही है कृष्ण दीवानी। प्रीत के रंगो में रंगी एक जोगन राधा कहें या मीरा कहें दोनों ही है कृष्ण दी...