अपनों के भेष में पहने, मुखोटे सजीले। अपनों के भेष में पहने, मुखोटे सजीले।
लगते हैं सभी अपने बेगाने रिश्ते सभी दिखावटी और झूठे लगते हैं। लगते हैं सभी अपने बेगाने रिश्ते सभी दिखावटी और झूठे लगते हैं।
डोरियाँ खिंच गई जिनकी, वो दुनिया को अलविदा कहते हैं, डोरियाँ खिंच गई जिनकी, वो दुनिया को अलविदा कहते हैं,
उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप। उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप।
ना जाने मम्मी पापा कैसे जिया करते हैं नो से पांच की नौकरी में भी खुश रहा करते हैं। ना जाने मम्मी पापा कैसे जिया करते हैं नो से पांच की नौकरी में भी खुश रहा करते ह...