ख्वाबों की रोशनी
ख्वाबों की रोशनी
वो हमारे दिल में कुछ ऐसे छाए,
कि हर रात ख्वाबों में आऐ।
उनका मुस्कुराना इबादत सा लगता,
जैसे हंसी से ग़म का पिघल जाना।
उनकी बातें, उनकी हँसी, दिल को छू जाती,
चाँदनी रातों की तरह प्यारी यादें बन जाती।
वो हमारे दिल में कुछ ऐसे छाए,
कि हर रात ख्वाबों में आऐ।
अब ये ख्वाब, ये यादें, बस सहरा में बिखर गईं,
उनकी खुशबू हवा में कहीं उड़ गईं।
फिर भी दिल में उनकी रोशनी बसी है,
हर लम्हा उनके प्यार से रौशन हुई ये ज़िन्दगी।
वो हमारे दिल में कुछ ऐसे छाए,
कि हर रात ख्वाबों में आऐ।

