कौन हैं हम
कौन हैं हम
मिट्टी के पुतले हैं हम,
मिट्टी में मिल जाएंगे,
मुट्ठी बंद कर आए थे,
मुट्ठी भर रह जाएंगे,
आँखों में पानी लेकर आए थे,
आँखों में आँसु देकर जाएंगे,
कुछ मकसद ले कर आए थे,
कुछ मकसद दे कर जाएंगे,
मिट्टी के पुतले हैं हम,
एक दिन मिट्टी में मिल जाएंगे,
वक्त लेकर साथ आए थे,
वक़्त पूरा करके जाएंगे,
खुशियाँ लेकर आये थे,
आँसु देकर जाएंगे,
मिट्टी के पुतले हैं हम,
मिट्टी में मिल जाएंगे,!
