STORYMIRROR

मानव सिंह राणा 'सुओम'

Romance

3  

मानव सिंह राणा 'सुओम'

Romance

नयना

नयना

1 min
156

तुम्हारे नयना।

क्या है कहना?


रस के भरे हैं।

तुम्हारे नयना।।


शर्म हया का

ये हैं गहना।।


तिरछी कटारी।

हमें है सहना।।


फिदा है जमाना।

क्या है कहना ?


नयनों के नशे में।

हमें है रहना।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance