तुम्हारे नयना। क्या है कहना? तुम्हारे नयना। क्या है कहना?
प्रियतम की राह देख रही प्रियतमा की भावना क्या होती है...? कभी तो आएंगे मेरे साजन और होगा मिलन यही ना... प्रियतम की राह देख रही प्रियतमा की भावना क्या होती है...? कभी तो आएंगे मेरे साजन...
अश्क लोचन तुम्हारे कभी छू ना सके, त्याग तपस्या की अनमिट कहानी भी है। अश्क लोचन तुम्हारे कभी छू ना सके, त्याग तपस्या की अनमिट कहानी भी है।