नया सवेरा
नया सवेरा
सूरज की किरणों से सजा हैं एक नया सवेरा ,
फूलों की महक से रंगीन है फ़िजाएँ,,
जो बीत गया वो कल है ,
वो लम्हे हैं, वो न फिर आएंगे लौटकर,,
उस बीते कल में कुछ दर्द है,
उसे याद कर न रूठ आज से,,
आज हर एक पल में छुपा है एक नया इरादा,
नयी उम्मीद, एक नया सपना, और नयी राहें,,
इन लम्हों को फिर से जी लें,
