नया है कुछ करना
नया है कुछ करना


सोच कर समझ के,
आगे है तुझे बढ़ना।
देश के लिए तुझे,
नया है कुछ करना।
सपनों की उन कड़ियों को,
सफल है तुझे करना।
शिखर की इन ऊंचाइयों को,
ज्ञान की सीढ़ी से है तुझे चढ़ना।
हिम्मत और साहस को,
अपने भीतर बनाए रखना।
अटल की है यह वाणी,
मौत से नहीं है तुझे डरना।
मातृभूमि की सेवा में,
तत्पर है तुझे रहना।
सरहद पर है जो सैनिक,
उनके लिए है लड़ना।
राष्ट्रीय नित्य का पालन,
मरकर भी तुम करना।
देश के लिए तुझे,
नया है कुछ करना।