माता-पिता
माता-पिता
माता-पिता के मरने के बाद
आँसू बहाना ठीक नहीं
जिंदा होते ना दी कभी इज़्ज़त
फिर फूल चढ़ाना ठीक नहीं
कहना माना नहीं कभी उनका
फिर तिलक लगाना ठीक नहीं
कभी ना पाँव छुए उनके
फिर शीश झुकाना ठीक नहीं
कड़वे बोल सदा ही बोले
फिर श्राद्ध करवाना ठीक नहीं
नाक चढ़ा कर रोटी दी
फिर पिंड भराना ठीक नहीं
रहे तड़पते कपड़ों बिन
फिर शॉल ओढ़ाना ठीक नहीं
दोष निकाले जिनके सदा
पीछे से गुणगान ठीक नहीं
दुखी किया जिन्दगी भर
फिर मंदिर में दान ठीक नहीं
सदा उछाली उनकी पगड़ी
फिर पगड़ी की रस्म ठीक नहीं
करो माता-पिता की खूब सेवा
अच्छी किस्मत तुम्हारी है
आशीर्वाद मिलता उनके दिल से
बच्चा अगर आज्ञाकारी है
कोई अमर ना रहा इस जग में
आनी सबकी बारी है
करो माता-पिता की खूब सेवा
अच्छी किस्मत तुम्हारी है