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Dr. Vikas Kumar Sharma

Abstract

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Dr. Vikas Kumar Sharma

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माँ भवानी

माँ भवानी

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मन में रह गयी एक टीस

जा रहा है 2019

आ रहा है 2020


2019 में संजोया था एक सपना

इस साल होगा मेरा भी घर अपना


2019 में जमा करुँगा बहुत पैसा

घर बनाऊँगा बिल्कुल महल के जैसा


पर सीमित था कमाई का आना

मुश्किल था ढ़ेर सारा पैसा कमाना


अखबार में पढ़ा 20 करोड़ हुए हैं चोरी

तोड़ा ए.टी.एम. बाँध के मजबूत डोरी


पैसा कमाने का ये तरीका लगा आसान

पर सामने खड़ी थी 

परिवार की इज्जत व मान


चोरी के विचार का कर दिया त्याग

सोचा थोड़ा घूम कर आऊँ प्रयाग


मन में आएंगे अच्छे विचार

श्रीकृष्ण लगाएंगे बेड़ा पार


लॉटरी की तरफ भी हुआ रुझान

करके देवी-देवताओं का ध्यान


शुरू कर दिया उनका गुणगान

प्रयोग करके अपना सारा ज्ञान


शुभ अंक का खरीदा टिकट

पैसा कमाने की कर ली थी हठ


लॉटरी का रिजल्ट जब आया

मेरा शुभ अंक कहीं न पाया


मन में हो रहा था खटका

2000 का नुकसान था एक बड़ा झटका


इस पैसे से लाता राशन पानी

नुकसान उठा कर याद आई नानी


ईमानदारी में ही है भलाई

मेहनत से हमेशा करो कमाई


फिर एक दिन बैठा पी रहा था चाय

उल्टे-उल्टे ख्याल दिमाग में आए


सारे आइडिया थे बिल्कुल नकारात्मक

सोचा करुँगा कुछ रचनात्मक


पढ़ाई-लिखाई में था अच्छा

माँ भवानी ने करी मेरी रक्षा


कोचिंग सैन्टर की करी शुरुआत

धीरे-धीरे बनने लगी बात


खर्चा-पानी सब निकल जाता

अच्छा-खासा बचा कर भी लाता


चोरी बेईमानी में नहीं होता सुकून

मेहनत करने की लग गई थी धुन


साल 2019 ने बढ़ाया आगे

सवेरा तभी जब इंसान जागे


2019 ने बहुत कुछ सिखाया

मोहमाया के जाल से बचाया


2020 में दिखेगा इसका असर

मेहनत करने में नहीं छोड़ूँगा कोई कसर।


बोलो 

जय हो माँ भवानी की हमेशा

दुख क्लेश सदा रहे दूर 

मिले सुख-शांति और भरपूर पैसा।


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