तू कर सकता है बेटा
तू कर सकता है बेटा
सहसा एक दिन जब मै था अकेला,
जीवन के उस पड़ाव में,
जब टूट गया था मन मेरा,
वजूद मिट गया था,
बस सांस बची थी मेरी,
एक आवाज़ जब पड़ी अचानक कानों पे,
आवाज़ आयी...
तू कर सकता है बेटा
तू कर सकता है बेटा
पीछे मुड़ा तो पाया सुनसान जहाॅं,
सुकून था दिल में,
पर मन में चैन कहाॅं,
तस्वीर को तेरे जब देखा तो लगा,
की आंखें मेरी पर दिल तेरा रो रहा,
लब्ज तेरे मुझे कुछ कह रहे,
रुक गया संसार और दिल में वही शब्दों का आगाज,
की, तू कर सकता है बेटा
तू कर सकता है बेटा
तेरी आंचल में छुपकर,
वो सुकून याद आ गया,
भरकर पेट मेरा,
भूखे पेट तेरा मुस्कुराना याद आ गया,
पर तेरी कमी से अब जीवन,
नया तूफान आ गया,
कैसे रहूं बिना तेरे,
फिर से तेरी नाजुक डाॅंट याद आ गयी,
फिर भी लगता है कि तू ईश्वर से,
मेरी ही सलामती मांग रही होगी,
दिल में ममता लेकर,
यूं ही गले लगाना याद आ गया,
और लबों से बस यही बात की,
तू कर सकता है बेटा
और तू ही कर सकता है