वीरों को नमन
वीरों को नमन
हम नमन करें उन वीरों को,
जो अपने प्राण गवाए थे !
हँस हँस कर लटके फाँसी पर,
पर आज़ादी हमें दिलाए थे !
हम वीर सुबास को नमन करें,
जो हिंद फ़ौज बनाए थे !
हर युवा के दिल में जोश भरे
अंग्रेज बहुत घबड़ाए थे !
हम गांधी जी को नमन करें,
रक्तहीन क्रान्ति अपनाए थे !
सत्य अहिंसा के बल पर ही,
अंग्रेजों को मार भगाए थे !
न बहा खून, न हुई मारपीट,
बस! सत्याग्रह आजमाए थे !
जन जन को इतने प्यारे थे,
सबके बापू कहलाए थे !
हम उन वीरों को नमन करें,
जो सीने पर गोली खाए थे !
वरण किए मृत्यु को फिर भी,
चेहरे पर शिकन न लाए थे !
भारत माँ के उन वीरों को,
आँखों में भर आँसू याद करें !
श्रद्धा सुमन है अर्पित उनको,
जो प्राण दिए पर नही डरे।
अनगिनत शहीदों को वंदन है,
आज़ादी की अलख जगाए थे।
गाँव गाँव में घूम घूम कर,
जन जन में नई चेतना लाए थे !
पावन पर्व हो स्वतंत्रता का,
हम श्रद्धा से शीश झुकाते हैं !
अमर हुए होकर शहीद,
जो अपनी याद दिलाते हैं !
