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Premdas Vasu Surekha 'सद्कवि'

Fantasy Inspirational

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Premdas Vasu Surekha 'सद्कवि'

Fantasy Inspirational

नव वर्ष है नव संकल्पों का

नव वर्ष है नव संकल्पों का

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जो कर ना सके वो भूलना ना

जो हो ना सके वह भूलना ना

जो बीत गया वो भूलना ना

जीवन में यूं ही बढ़ जाना


जो चला गया वह चला गया

नव वर्ष है नव संकल्पों का

      विश्वास खुदी पे करने का....1


कितने भी दुख बाधा झेली 

कितना भी राग द्वेष रहा

कितनी भी व्याधि है झेली

चाहे असफलता दौर रहा


जो चला गया वह चला गया

नव वर्ष है नव संकल्पों का

      विश्वास खुदी पै करने का....2


मन में है लक्ष्य का ध्यान रखो

बस ध्यान उसी में लगा रखो

इस वर्ष यह कुछ कर जाने का

छिपी हुई दिव्यता का, प्रकाशमान कर जाने का


जो चला गया वह चला गया

नव वर्ष है नव संकल्पों का

      विश्वास खुदी पे करने का....3


कितना झेला है दुत्कार

कितना कठिन समय था वो

रहते हुए आवासों पर भी

खाने को भोजन नहीं थे

याद न करना, उस दिन को फिर

नया साल है, नया है करना 

नया साल है ,नया है करना


जो चला गया वह चला गया

नव वर्ष है नव संकल्पों का

      विश्वास खुदी पे करने का....4



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