STORYMIRROR

Rohit Verma

Abstract

5.0  

Rohit Verma

Abstract

नसीब की बात

नसीब की बात

1 min
316


ऩसीब नसीब की बात होती हैं

किसी का अच्छा किसी का बूरा

नसीब नसीब की बात होती हैं

सब कुछ मिलने के बाद भी लगे अधूरा

ढूंढने को चले हम सवेरा


नसीब नसीब की बात होती हैं

किस्मत हर किसी के साथ न होती हैं

नसीब नसीब की बात होती हैं

कुछ कि तो लम्बी और कुछ कि

छोटी रात होती हैं



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract