गजल
गजल


बेहिसाब मोहब्बत करोगे, तो मर जाओगे !!
सुकून-ए-दिल से चाहोगे, तो मर जाओगे ।।
हमारा कत्ल हुआ था, बस ये जान लो,
हमारे कातिल को जानोगे, तो मर जाओगे ।।
बज्म-ए-इश्क में बरकत न हो खुदा करे !!
इश्क में हद से बढ़ोगे, तो मर जाओगे ।।
किसी एक को चाहते हो, तब ठीक है !!
हर एक को चाहोगे, तो मर जाओगे ।।