Mayank Vats

Others

2  

Mayank Vats

Others

गीत

गीत

1 min
63


मेरे मोहन मुरारी सुन तू झे मे कितना मनाऊँ रे कि तू मुझे मिल जाए 

तेरी भक्ति मे खुद को मे कितना खुद को डुबाऊं रे कि तू मुझे मिल जाए


तेरी आदत है मेरी , कभी ये न छूटेगा 

तेरी चरणो पे भगवन , मेरा अश्रु बरसेगा 


तू बस इतना दया कर दे, तू मुझपे ये करम् कर दे कि,, तू मुझे मिल जाए 

मेरे बांके बिहारी सुन तू झे मे कितना मनाऊँ रे कि तू मुझे मिल जाए।

 


Rate this content
Log in