नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो। नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो।
राधा को ढूंढे, ढूंढे कृष्ण मुरारी, उड़ावे गुलाल चलावे पिचकारी। राधा को ढूंढे, ढूंढे कृष्ण मुरारी, उड़ावे गुलाल चलावे पिचकारी।
नाश होगा अत्याचारियों का आए हैं कृष्ण मुरारी जग का उद्धार होगा। नाश होगा अत्याचारियों का आए हैं कृष्ण मुरारी जग का उद्धार होगा।
उत्सव की करनी है तैयारी, रंग-गुलाल उड़ाएंगे मेरे मुरारी।। उत्सव की करनी है तैयारी, रंग-गुलाल उड़ाएंगे मेरे मुरारी।।