पहले माँ के आँचल से बच्चा गीले हाथों को पोंछ लेता था ,कभी माँ के आँचल से अपने को छूपा लेता था माँ का... पहले माँ के आँचल से बच्चा गीले हाथों को पोंछ लेता था ,कभी माँ के आँचल से अपने को...
नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो। नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो।
बादल का नन्हा सा टुकड़ा उड़ते उड़ते भटक गया। बादल का नन्हा सा टुकड़ा उड़ते उड़ते भटक गया।
छोटी सी इच्छा है मेरे छोटे से सपने....! छोटी सी इच्छा है मेरे छोटे से सपने....!
मैं हूं एक नन्हा सा दीपक। करता सृजित मोती बन दीपक।। मैं हूं एक नन्हा सा दीपक। करता सृजित मोती बन दीपक।।
माँ पास बैठ मुस्काती है और मैं फिर से नन्हा बच्चा बन जाता हूँ। माँ पास बैठ मुस्काती है और मैं फिर से नन्हा बच्चा बन जाता हूँ।