प्रेम गीत
प्रेम गीत
मैंने खत में अपना कलेजा यार निकाल के है लिखा ।।
खोल के मेरी खत की इच्छा पढ़ के बताना क्या है लिखा ??
तेरी चरण धुली से लिखकर मैंने तुमको प्यार है भेजा ।।
अपने अश्कों में पिरोकर मैंने तुमको यार है भेजा ।।
सांसे लिख दी, धड़कन लिख दी !!
दिल की सारी अदाएं लिख दी !!
सपने लिख दी, ख्वाब भी लिख दी !!
नींद की सारी रातें लिख दी !!
कागज के टुकड़ों पे मैंने आत्मा अपनी निकाल है लिखा ।।
मैंने खत में अपना कलेजा यार निकाल के है लिखा ।।