निशानी
निशानी
सोचती हूं अक्सर एक बात मैं
दिल शीशे का क्यों नहीं होता,
जब टूटता तो आवाज होती
और तोड़ने वाले के हाथ में एक निशानी होती!
सोचती हूं अक्सर एक बात मैं
दिल शीशे का क्यों नहीं होता,
जब टूटता तो आवाज होती
और तोड़ने वाले के हाथ में एक निशानी होती!