निर्माण करो
निर्माण करो
ईंट सीमेंट कांक्रीट और
लोह इस्पात के सेतु बांध लिए बहुत,
आवश्यकता है....
हृदय से हृदय को जोड़ने वाले
सेतु का निर्माण....
व्यर्थ है आदान प्रदान विचारों का
जब तक न हो मन मे
सुंदर भावों का निर्माण....
बीजारोपण हो परोपकार का
हो मानवता का निर्माण...
झूठा दंभ, ईर्ष्या , क्रोध और लोभ
विध्वंस कर चरित्र से
करो सदाचार का निर्माण....
निर्माण करो निर्माण करो
मैं को त्यागो , हम का निर्माण करो ....
आभासी दुनिया को छोडो
झूठ फरेब को तजकर ,सच का तुम निर्माण करो....।।