STORYMIRROR

Seema(Simi) Chawla

Inspirational

4.5  

Seema(Simi) Chawla

Inspirational

मुट्ठी

मुट्ठी

1 min
191


तोड़ दे इन ज़ंजीरों को

मोड़ दे इन रास्तों को


चीर दे दुश्मन की तलवार को

ऐसा लहर लाए आज़ादी का 


मुट्ठी भर ताक़त से लिखे

हर पन्ना इतिहास का।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational