मुट्ठी
मुट्ठी
तोड़ दे इन ज़ंजीरों को
मोड़ दे इन रास्तों को
चीर दे दुश्मन की तलवार को
ऐसा लहर लाए आज़ादी का
मुट्ठी भर ताक़त से लिखे
हर पन्ना इतिहास का।
तोड़ दे इन ज़ंजीरों को
मोड़ दे इन रास्तों को
चीर दे दुश्मन की तलवार को
ऐसा लहर लाए आज़ादी का
मुट्ठी भर ताक़त से लिखे
हर पन्ना इतिहास का।