Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Niraj Tripathi

Romance

4.0  

Niraj Tripathi

Romance

मुस्कुराती आँखें

मुस्कुराती आँखें

2 mins
385


उनकी मुस्कुराती आँखों की कशिश आज भी है । 

उनसे बिछड़ने का असर आज भी है।। 

नींद को आज भी शिकवा मेरी आँखों से। 

मैंने आने न दिया उसे कभी आप के यादों से पहले।।

तेरी मुस्कुराती आँखों के आज भी हम गुुलाम है। 

तेरी हर आँखों की अदाओ को मेरा सलाम है।। 

दिल को हर खुशी मिली है आप कि आँखो में ।

प्यार की हर जाम हैं आप की आँखो मे ।। 

बया हम कर नहीं सकते आपके आँँखो का हर मंजर।

समुन्दर से भी गहरी है आपके मुस्कुराती आँखों हर मंजर।।  

हम डुबेे जो तो आज तक किनारा नहीं मिला ,

सोचा की शायद उनकी कुछ मेहरबानी हो जाए ।

लेकिन इस कदर डूबे कि,

तिनकेे का साहारा भी नहीं मिला ।।

आज भी पड़े हैं हम उस समुन्दर के बीच में, 

न प्यास बुझती है न किनारा ही मिलता है ।।

बस उनकी आँखों कि मुस्कुराहट को दिल मे संजोकर के,

बिना पतवार के नैया लहरो,तुफानो से टकरा कर के।। 

किनारे लग जाने की उम्मीदो से आगे बढ़ती जा रही हैं! 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance